उत्तराखंड में भाजपा के अध्यक्ष बंशीधर भगत का बड़ा बयान, बोले केवल मोदी-मोदी चिल्लाने से टिकेट नहीं मिलेगा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी के इस एलान से कि वो उत्तराखंड के सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. एकाएक राज्य की सियासत गरमा गई है. सभी दल एक्टिव मोड में दिखने लगे है. आम आदमी पार्टी ने भी विवादों में रहने वाले विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की वापसी पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जबकि, इस सब के बीच उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष बंशीधर भगत(Banshidhar Bhagat) ने अपने ही पार्टी विधायकों को लेकर बड़ा बयान दिया है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भगत ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी नेताओं को टिकट उनके प्रदर्शन के आधार पर दिए जायेंगे न कि केवल मोदी-मोदी चिल्लाने पर.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुरुवार को उत्तराखंड भाजपा चीफ बंशीधर भगत ने कहा कि विधायकों को यह नहीं सोचना चाहिए कि वे साल 2022 का विधानसभा चुनाव केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के सहारे जीत जाएंगे. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भगत(Banshidhar Bhagat) ने कहा कि विधायक यदि टिकट पाना चाहते हैं तो उन्हें जनता के बीच जाना होगा और बेहतर प्रदर्शन करना होगा. आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हीं विधायकों को टिकट मिलेगा जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा
उत्तराखंड भाजपा प्रमुख बंशीधर भगत ने कहा, “नरेंद्र मोदी एक महान नेता हैं, लेकिन विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्रों में जाना चाहिए, लोगों से मिलना चाहिए और उनकी समस्याओं को सुनना चाहिए. इन सभी विधायकों को अगले चुनावों में उनके प्रदर्शन के हिसाब से टिकट दिए जाएंगे. सिर्फ मोदी-मोदी चिल्लाने से उन्हें टिकट नहीं मिलने वाला है. मोदी लहर के सहारे किसी की नैय्या पार नहीं होगी.”
बीजेपी अध्यक्ष के बयान पर कांग्रेस ने ली चुटकी
उधर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भगत के बयान पर कांग्रेस ने चुटकी ली. प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धासमना ने कहा, ‘हम सही बयान जारी करने के लिए भगत को धन्यवाद देते हैं. उन्होंने मान लिया है कि मोदी लहर समाप्त हो गई है. इसलिए वह विधायकों एवं नेताओं को अपने प्रदर्शन के आधार पर वोट मांगने की सलाह दे रहे हैं.’
सौ बात की एक बात ये है कि उत्तरखंड के सत्ता पर बारी-बारी काबिज होने वाली बीजेपी-कांग्रेस पर हमेशा ये आरोप लगते आए हैं कि चुनाव जीतने के बाद उनके नेता राजधानी देहरादून से बाहर नहीं निकलते हैं. चुनावी सीजन शुरू होने के बाद ही पहाड़ों का रुख किया जाता है. कमोबेस बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी अपने बयानों से इसी ओर इशारा किया है. लेकिन ऐसे वक़्त में जब चुनाव को महज डेढ़ साल बाकी है, अगर विधायक इन इलाकों का रुख करते भी है तो देखने वाली बात होगी कि जनता बीजेपी को फिर से सत्ता में देखना चाहेगी या नहीं