चाइना की साजिश, पूरे कोरोना काल में खुली रही थी वुहान की ये लैब, आखिर वहां चल क्या रहा था?
कोरोना वायरस की शुरुआत वुहान से हुई. वुहान के एक लैब को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी विवाद हुआ था. यह लैब पूरे कोरोना काल में खुला रहा. अब तक इस लैब को लेकर यह विवाद हो रहा था कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत इसी प्रयोगशाला से हुई थी. कोविड-19 सबसे पहले इसी प्रयोगशाला में पिछले साल दिसंबर में खोजा गया था.
कोविड-19 के वायरस को सबसे पहले डॉ. ली वेनलियांग ने नोटिस किया था. उन्होंने अपने वीबो पोस्ट में ये बात लिखी थी. उसके बाद उन्होंने वुहान सिटी सेंट्रल हॉस्पिटल में काम करने वाले अपने सहयोगी को इसके बारे में बताया. जिसके बाद ली वेनलियांग को पुलिस ने राष्ट्रविरोधी गतिविधि के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. मामले ने तब तूल पकड़ा जब 6 फरवरी 2020 को डॉ. ली वेनलियांग की कोरोना से मौत हो गई.
सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि दोनों प्रयोगशालाएं पूरे कोरोना काल में खुली हुई थीं. जबकि, इन्हें लेकर काफी विवाद हो रहा था. वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (Wuhan Institute of Virology) को 1956 में स्थापित किया गया था. यह चीन के इकलौता संस्थान है जहां वायरस पर रिसर्च होती है.