अमेरिका की इस हरकत से भड़क उठा चीन, क्या अब होगा महायुद्ध?
चीन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर के तमाम इलाकों पर उसके दावे को खारिज कर दिया है. ट्रंप प्रशासन ने सोमवार को एक बड़ा नीतिगत फैसला लेते हुए कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे का कोई कानूनी आधार नहीं है और वह एकतरफा तरीके से अपनी मर्जी इस इलाके में नहीं थोप सकता है. अमेरिका ने कहा है कि 21वीं सदी में चीन के आक्रामक नजरिए के लिए कोई जगह नहीं है.
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, दुनिया बीजिंग को दक्षिण चीन सागर को अपना समुद्री साम्राज्य नहीं बनाने देगी. अमेरिका अपने दक्षिण-पूर्व एशिया के सहयोगी देशों के साथ खड़ा है और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उनकी संप्रभुता व संसाधनों पर उनके अधिकारों की सुरक्षा करेगा. अमेरिका दक्षिण चीन सागर या किसी भी दूसरे बड़े इलाके में शक्ति के दम पर कब्जे की हर कोशिश को खारिज करता है और समुद्री इलाकों की सुरक्षा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ खड़ा है. अमेरिका के इस ऐलान पर चीन की भी प्रतिक्रिया आई है.
चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिका के दक्षिण चीन सागर पर दिए गए बयान में तथ्यों के साथ जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है और इलाके की स्थिति को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. ये चीन व अन्य देशों के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश है और हम इसका कड़ा विरोध करते हैं.